यदि आपको सामाजिक, राजनैतिक तथा अन्य समसामयिक मुद्दों पर हल्के फुल्के व्यंग्य पढ़ना पसंद है और आपकी भावनाएँ बहुत जल्दी आहत नहीं होती तो यह पुस्तक आपके लिए है। पुस्तक मे 64 लघु व्यंग्य संकलित किए गए हैं। व्यंग्य समाचार पत्रों की खबरों की तरह लिखे गए हैं। ये खबरे वास्तविक लगते हुए भी पूरी तरह कालोनिक है तथा मात्र मनोरंजन के उद्देश्य से लिखी गयी हैं। इसलिए इन खबरों को फर्जी मानते हुए ही गंभीरता से लें । व्यंग्यात्मक शैली मे लिखे गए ये समाचार न सिर्फ आपको गुदगुदाएंगे, बल्कि कभी कभी सोचने को विवश भी करेंगे। हमारे रिपोर्टर ने अपनी जान जोखिम में डाल कर ये फर्जी खबरें तैयार की हैं।
लेखक प्रसिद्ध News Satire वैबसाइट ‘फेकिंग न्यूज़’ पर 2018 से 2020 के बीच नियमित रूप से व्यंग्य लिखते रहे हैं। पुस्तक मे उनके चुने हुए 64 लघु वयंग्य शामिल किए गए हैं। जहां पर व्यंग्य किसी विशेष घटना से संबन्धित है वहाँ उसका संदर्भ भी दिया गया है जिससे पाठक को उससे जुड़ने मे आसानी हो।
यदि आपको सामाजिक, राजनैतिक तथा अन्य समसामयिक मुद्दों पर हल्के फुल्के व्यंग्य पढ़ना पसंद है और आपकी भावनाएँ बहुत जल्दी आहत नहीं होती तो यह पुस्तक आपके लिए है। पुस्तक मे 64 लघु व्यंग्य संकलित किए गए हैं। व्यंग्य समाचार पत्रों की खबरों की तरह लिखे गए हैं। ये खबरे वास्तविक लगते हुए भी पूरी तरह कालोनिक है तथा मात्र मनोरंजन के उद्देश्य से लिखी गयी हैं। इसलिए इन खबरों को फर्जी मानते हुए ही गंभीरता से लें । व्यंग्यात्मक शैली मे लिखे गए ये समाचार न सिर्फ आपको गुदगुदाएंगे, बल्कि कभी कभी सोचने को विवश भी करेंगे। हमारे रिपोर्टर ने अपनी जान जोखिम में डाल कर ये फर्जी खबरें तैयार की हैं।
लेखक प्रसिद्ध News Satire वैबसाइट ‘फेकिंग न्यूज़’ पर 2018 से 2020 के बीच नियमित रूप से व्यंग्य लिखते रहे हैं। पुस्तक मे उनके चुने हुए 64 लघु वयंग्य शामिल किए गए हैं। जहां पर व्यंग्य किसी विशेष घटना से संबन्धित है वहाँ उसका संदर्भ भी दिया गया है जिससे पाठक को उससे जुड़ने मे आसानी हो।