डॉक्टर कोठारी ने आधी रात को अपने हाथों चली गोली से अपनी रिसेप्शनिस्ट के पति को मरते देखा ! लेकिन दस मिनट बाद जब वो सुधीर के साथ वहां पहुंचा तो उसने पति की जगह पत्नी की लाश को पाया और कातिल ने अपनी तरफ से कोई भी निशान नहीं छोड़ा था । लेकिन फिर एक निशान, जो कि गिनती में पांचवां था, उसके लिये जंजाल बन गया ।
डॉक्टर कोठारी ने आधी रात को अपने हाथों चली गोली से अपनी रिसेप्शनिस्ट के पति को मरते देखा ! लेकिन दस मिनट बाद जब वो सुधीर के साथ वहां पहुंचा तो उसने पति की जगह पत्नी की लाश को पाया और कातिल ने अपनी तरफ से कोई भी निशान नहीं छोड़ा था । लेकिन फिर एक निशान, जो कि गिनती में पांचवां था, उसके लिये जंजाल बन गया ।