Lucky charm A mature and recommended read for anyone who wants to get drifted in the flow of emotions and love to taste life bit by bit.
The book has eleven short stories with which I have tried to encapture the emotional dilemma in day-to-day life and struggles of a common man. The stories which many of the readers might relate to their own life experiences, as ideas have percolated through the feelings to the ground without creating any fantasy world
.यह कहानी संग्रह ‘लकी चार्म’ की कहानियाँ, कहानियाँ न होकर, मेरे जीवन यात्रा की अनुभूतियाँ हैं। जिन्हें मैंने शब्दों में पिरो कर आपके समक्ष रखने का प्रयास किया है। मैं कोई कुशल कहानीकार नहीं। यह मेरा प्रथम कहानी संग्रह, केवल मेरे अंदर उमड़ रहे भावों को, शब्दों में समेटने का, प्रयास मात्र है। जीवन पथ की तंग सकरी गलियों से गुज़रते हुए, जिं़दगी के विभिन्न रंगों को देखने का, मेरा चश्मा कुछ अलग हो सकता है। शायद इसीलिए, मेरे एहसास और अनुभूतियाँ भी भिन्न हो सकती हैं। लेकिन जीवन के अच्छे बुरे समय में जीवन जीने की कोशिशों और उन कोशिशों में से जीवन की सार्थकता तलाशने का प्रयास है ‘लकी चार्म’।
मेरा अंतर्मन कहता है कि प्रेम जीवन की धुरी है। चाहे वह प्रेम पति-पत्नी का हो, प्रेमी-प्रेमिका का, माँ-बेटे का या फिर प्रेम हो सांसारिक नश्वर चीज़ों से। यह प्रेम ही हमें सही-गलत की प्रेरणा देता है और हमें देता है ताकत जीवन पथ पर अग्रसर होने की। एहसासों और प्रेम को शब्दों की माला में गूँथकर आपके समक्ष प्रस्तुत है ‘लकी चार्म’। - डॉ0 मोनिका शर्मा 9412646988 8218195215
Lucky charm A mature and recommended read for anyone who wants to get drifted in the flow of emotions and love to taste life bit by bit.
The book has eleven short stories with which I have tried to encapture the emotional dilemma in day-to-day life and struggles of a common man. The stories which many of the readers might relate to their own life experiences, as ideas have percolated through the feelings to the ground without creating any fantasy world
.यह कहानी संग्रह ‘लकी चार्म’ की कहानियाँ, कहानियाँ न होकर, मेरे जीवन यात्रा की अनुभूतियाँ हैं। जिन्हें मैंने शब्दों में पिरो कर आपके समक्ष रखने का प्रयास किया है। मैं कोई कुशल कहानीकार नहीं। यह मेरा प्रथम कहानी संग्रह, केवल मेरे अंदर उमड़ रहे भावों को, शब्दों में समेटने का, प्रयास मात्र है। जीवन पथ की तंग सकरी गलियों से गुज़रते हुए, जिं़दगी के विभिन्न रंगों को देखने का, मेरा चश्मा कुछ अलग हो सकता है। शायद इसीलिए, मेरे एहसास और अनुभूतियाँ भी भिन्न हो सकती हैं। लेकिन जीवन के अच्छे बुरे समय में जीवन जीने की कोशिशों और उन कोशिशों में से जीवन की सार्थकता तलाशने का प्रयास है ‘लकी चार्म’।
मेरा अंतर्मन कहता है कि प्रेम जीवन की धुरी है। चाहे वह प्रेम पति-पत्नी का हो, प्रेमी-प्रेमिका का, माँ-बेटे का या फिर प्रेम हो सांसारिक नश्वर चीज़ों से। यह प्रेम ही हमें सही-गलत की प्रेरणा देता है और हमें देता है ताकत जीवन पथ पर अग्रसर होने की। एहसासों और प्रेम को शब्दों की माला में गूँथकर आपके समक्ष प्रस्तुत है ‘लकी चार्म’। - डॉ0 मोनिका शर्मा 9412646988 8218195215