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Tooti Hui Bhikhari Hui । टूटी हुई बिखरी हुई (मानव कौल का नया उपन्यास)

Manav Kaul
4.08/5 (66 ratings)
मुझे हमेशा से लगता रहा था कि जीवन में व्यस्त रहना सबसे मूर्खता का काम है। इस जीवन को मैं जितनी चालाकी से जी सकता था, जी रहा था। कम-से-कम काम करके ज़्यादा-से-ज़्यादा वक़्त ख़ाली रहना मेरे जीने का उद्देश्य था। मैं कुछ न करते वक़्त सबसे ज़्यादा सम पर रहता था। सुरक्षित जीवन की कल्पना में काम करते-करते एक दिन मैं मर नहीं जाना चाहता था। मैं किसी भी तरह की मक्कारी पर उतर सकता था अगर मुझे पता चले कि मेरे दिन बस काम की व्यस्तता में बीतते चले जा रहे हैं।
~इसी किताब से
Format:
Paperback
Pages:
256 pages
Publication:
2023
Publisher:
Hind Yugm
Edition:
First
Language:
hin
ISBN10:
9392820798
ISBN13:
9789392820793
kindle Asin:
9392820798

Tooti Hui Bhikhari Hui । टूटी हुई बिखरी हुई (मानव कौल का नया उपन्यास)

Manav Kaul
4.08/5 (66 ratings)
मुझे हमेशा से लगता रहा था कि जीवन में व्यस्त रहना सबसे मूर्खता का काम है। इस जीवन को मैं जितनी चालाकी से जी सकता था, जी रहा था। कम-से-कम काम करके ज़्यादा-से-ज़्यादा वक़्त ख़ाली रहना मेरे जीने का उद्देश्य था। मैं कुछ न करते वक़्त सबसे ज़्यादा सम पर रहता था। सुरक्षित जीवन की कल्पना में काम करते-करते एक दिन मैं मर नहीं जाना चाहता था। मैं किसी भी तरह की मक्कारी पर उतर सकता था अगर मुझे पता चले कि मेरे दिन बस काम की व्यस्तता में बीतते चले जा रहे हैं।
~इसी किताब से
Format:
Paperback
Pages:
256 pages
Publication:
2023
Publisher:
Hind Yugm
Edition:
First
Language:
hin
ISBN10:
9392820798
ISBN13:
9789392820793
kindle Asin:
9392820798