राजनगर के सभ्य समाज के एक बड़े आधारस्तंभ सेठ के हाथों जब एक भोली-भाली लड़की की हत्या हो गई तो किसी के कान पर जूं ना रेंगी । सेठ को सजा दिलाना तो दूर, उसकी दौलत के रोब से थर्राए सम्बन्धित व्यक्ति ही घटनाक्रम की लीपापोती पर उतारू हो गए । लेकिन फिर ब्लास्ट के स्पेशल कोरेस्पोंडेंट सुनील चक्रवर्ती की टांग अचानक उस मामले में जा फंसी !
राजनगर के सभ्य समाज के एक बड़े आधारस्तंभ सेठ के हाथों जब एक भोली-भाली लड़की की हत्या हो गई तो किसी के कान पर जूं ना रेंगी । सेठ को सजा दिलाना तो दूर, उसकी दौलत के रोब से थर्राए सम्बन्धित व्यक्ति ही घटनाक्रम की लीपापोती पर उतारू हो गए । लेकिन फिर ब्लास्ट के स्पेशल कोरेस्पोंडेंट सुनील चक्रवर्ती की टांग अचानक उस मामले में जा फंसी !