Read Anywhere and on Any Device!

Subscribe to Read | $0.00

Join today and start reading your favorite books for Free!

Read Anywhere and on Any Device!

  • Download on iOS
  • Download on Android
  • Download on iOS

कब तक पुकारूं

रांगेय राघव
4.27/5 (15 ratings)
'कब तक पुकारूँ' यह रांगेय राघव जी की प्रतिभा और लेखन-क्षमता को अभिषिक्त करनेवाली जीवंत औपन्यासिक रचना है। इसमे उन्होंने समाज के सर्वथा उपेक्षित उस वर्ग का चित्रण अत्यंत सरल और रोचक शैली में प्रस्तुत किया है जिसे सभ्य समाज 'नट' या 'करनट' कहकर पुकारता है। इस पुस्तक की गणना हिंदी के कालजयी साहित्य में की जाती है l
Format:
Paperback
Pages:
100 pages
Publication:
2013
Publisher:
Rajpal & Sons
Edition:
Language:
hin
ISBN10:
935064035X
ISBN13:
9789350640357
kindle Asin:
B01NBVAXTG

कब तक पुकारूं

रांगेय राघव
4.27/5 (15 ratings)
'कब तक पुकारूँ' यह रांगेय राघव जी की प्रतिभा और लेखन-क्षमता को अभिषिक्त करनेवाली जीवंत औपन्यासिक रचना है। इसमे उन्होंने समाज के सर्वथा उपेक्षित उस वर्ग का चित्रण अत्यंत सरल और रोचक शैली में प्रस्तुत किया है जिसे सभ्य समाज 'नट' या 'करनट' कहकर पुकारता है। इस पुस्तक की गणना हिंदी के कालजयी साहित्य में की जाती है l
Format:
Paperback
Pages:
100 pages
Publication:
2013
Publisher:
Rajpal & Sons
Edition:
Language:
hin
ISBN10:
935064035X
ISBN13:
9789350640357
kindle Asin:
B01NBVAXTG